Jalandhar, March 08, 2023
पंजाब में मनरेगा योजना के तहत जिन परिवारों को मनरेगा के तहत रोजगार की जरूरत है, उनका पता लगाने के लिए गांवों में घर-घर सर्वे नहीं किया जा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार फील्ड ऑडिट (सितंबर 2021 से अप्रैल 2022) के दौरान पाया गया कि 14 ग्राम पंचायतों में ऐसे 18 मामले प्रकाश में आए हैं, जहां मृतक के नाम पर जॉब कार्ड बनाए गए थे और विभिन्न विकास कार्य कराए जा रहे थे।संचालित। इन मृतकों को बकाया राशि का भुगतान भी कर दिया गया है। हाजिरी रजिस्टर में उनका काम चल रहा था। कैग ने ऐसे मामलों की जांच के लिए पंजाब सरकार को पत्र लिखा है।
कैग ने 37 पंचायतों में ऐसे 315 मामलों का भी पता लगाया है, जिनमें एक ही परिवार को दो जॉब कार्ड जारी किए गए थे। लगभग 31 जॉब कार्ड धारक भी जॉब कार्ड और आहरण वेतन दोनों पर काम करते पाए गए।
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