Jalandhar, April 05, 2023
मदन लाल जलालपुर खुद सतर्कता कार्यालय पहुंचे जहां उनसे पूछताछ की गई है। दरअसल, कल उन्हें हाईकोर्ट से जमानत मिल गई थी, जिसके बाद उन्हें सतर्कता विभाग की जांच में शामिल होने का आदेश दिया गया था।
आपको बता दें कि पटियाला जिले के घनौर में 5 गांवों के भूमि अधिग्रहण मामले में कांग्रेस के पूर्व विधायक मदन लाल जलालपुर को सतर्कता विभाग के कार्यालय में पेश होने का आदेश दिया गया था।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019 से वर्ष 2022 तक अमृतसर-कोलकाता हाईवे के लिए ब्लॉक शंभू के 5 गांवों की जमीन अधिग्रहित की गई थी।इन गांवों के नामों में सेहरा, सेहरी, अकारी तख्तुमाजरा और पबरान शामिल हैं। इन गांवों से करीब 1103 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया था।इस जमीन के लिए करीब 285 करोड़ मुआवजा दिया गया था और इन गांवों के विकास के लिए अलग से 97 करोड़ रुपये दिए गए थे। मुआवजे के लिए दी गई राशि में हेराफेरी की खबरें आई थीं। जिसके बाद 26 मई 2022 को पटियाला रेंज विजिलेंस ने मदन लाल जलालपुर के खिलाफ केस दर्ज किया।
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