Jalandhar, April 08, 2023
उत्तर रेलवे ने उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल परियोजना के तहत निर्माणाधीन कटरा-बनिहाल खंड के स्वालकोट और सांगलदान स्टेशनों पर टनल टी-14 को तोड़कर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। टनल टी-14 के ब्रेक थ्रू के दौरान लाइन और लेवल सही-सही हासिल कर लिया गया है।
यह काम इरकॉन में इंजीनियर के तौर पर कार्यरत अवंतीपोरा कश्मीर की एक महिला कार्यकर्ता इंदु पाल कौर ने किया है।टी-14 टनल की कुल लंबाई 6.284 किमी है। इसके एक छोर पर रियासी और दूसरे छोर पर रामबन जिला है। ये सुरंग पोर्टल रियासी और रामबन जिलों के दूरदराज के गांवों में स्थित हैं, जहां सुरंग बनाने का काम शुरू होने से पहले कोई सड़क संपर्क नहीं था।
सुरंग टी-14 का दक्षिण पोर्टल (पी-1) जिला मुख्यालय रियासी (जम्मू और कश्मीर) से लगभग 1070 मीटर की ऊंचाई पर अरनास तहसील के स्वालकोट गांव में स्थित है, जबकि सुरंग का उत्तरी पोर्टल (पी-2) लगभग 1150 मीटर की ऊंचाई पर जिला रामबन की गूल तहसील के इंड गांव में स्थित है।
टी-14 टन में दो ट्यूब यानी मुख्य टनल और दूसरी एस्केप टनल है। NATM विधि का उपयोग सुरंग निर्माण में किया जाता है जो एक निरीक्षण और अनुक्रमिक निर्माण विधि है। NATM विभिन्न भूगर्भीय क्षेत्रों और स्तरों में सुरंग खोदने के लिए एक उपयुक्त विधि है। सुरंग का अनुप्रस्थ काट संशोधित घोड़े की नाल के आकार का है।
इस लंबी सुरंग के निर्माण के लिए 978 मीटर लंबी पहुंच सड़क का निर्माण किया गया है और सुरंग के अंदर रुलिग ढाल 80 में 1 है और इसकी डिजाइन गति क्षमता 100 किमी प्रति घंटा है। अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार मुख्य टनल के बराबर एस्केप टनल का निर्माण भी प्रगति पर है। यह बचाव, राहत और बहाली कार्यों की सुविधा के लिए 375 मीटर के अंतराल पर क्रॉस कॉरिडोर से जुड़ा हुआ है।
उत्तर रेलवे ने साउथ पोर्टल (पी-1) से निर्माण कार्य मेसर्स कोंकण रेलवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड को और नॉर्थ पोर्टल (पी-2) से मेसर्स इरकान इंटरनेशनल लिमिटेड को निर्माण कार्य सौंप दिया था। अनुभवी इंजीनियरों की टीम ने सभी चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया और इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को हासिल किया।
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