August 18, 2021 12:10 pm
गंगा नदी हमारे भारत में सबसे पवित्र और सबसे अहम नदी है | जिसकी हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है | गंगा को दूषित होने से बचाने के लिए सरकार की तरफ से कोई न कोई मिशन शुरू किया जाता है | गंगा को फिर से प्रदूषण मुक्त करने के लिए भारत सरकार ने नमामि गंगे प्रोजेक्ट चला रखा है पर इस प्रोजेक्ट पर कुछ खास काम नहीं हो पाया जिस की वजह से हैदराबाद हाई कोर्ट ने इसपर नाराज़गी जाहिर करते हुए कहा की गंगा दुनिया की सबसे प्रदूषित नदिओं में से एक |
न्यायमूर्ति रितु राज अवस्थी और दिनेश कुमार सिंह की खंडपीठ ने कहा है कि गंगा दुनिया की सबसे प्रदूषित नदी में से एक है. ये देश की लाइफलाइन है | करोड़ो लोगो की आस्था इससे जुडी है इससे पूजते है | फिर भी इस नदी को बार बार प्रदूषित किया जा रहा है |
हाई कोर्ट ने इसकी मुख्य वजह औद्योगिक कचरा और धार्मिक गतिविधियां को बताया है | ऐसे में नमामि गंगे प्रोजेक्ट ही गंगा नदी को प्रदूषण मुकत करने में अहम भूमिका निभा सकता है | हाई कोर्ट मानता है कि केंद्र सरकार का ये प्रोजेक्ट राष्ट्रीय महत्व का है और इसे जल्द प्रभावी अंदाज में लागू करना चाहिए ऐसा नहीं होने
इससे न सिर्फ परियोजना की लागत बढ़ती जाएगी , वहीं गंगा को साफ करने का मिशन अधूरा रह जायेगा | हाई कोर्ट ने याशीकर्ताओ को कहा की इस प्रोजेक्ट को सफल बनाने के लिए हमे ईमानदारी से काम करना होगा , जिससे असल मायने में गंगा को प्रदूषित होने से बचाया जा सके | इसी के साथ हाई कोर्ट ने कहा की गंगा एक नदी नहीं है , देश का भविष्य इस पर निर्भर है | उनकी नज़रो में अगर गंगा की सेहत ठीक रहेगी तो देश का भविष्य भी मज़बूत रहेगा |
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